एक प्रेम के सागर सी नौका की पतवार कोई


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तेरी मुस्कान

एक गुलाब की खिली पंखुरी सी

अनार के दानों के रस को छलकाती

एक सुंदर पंक्ति में सुशोभित

मोतियों की एक लड़ी सी

एक मय के प्याले सी

एक छलकते जाम सी

एक हसीना के हुस्न के दिलकश अंदाज सी

एक मोहब्बत की दुकान सी

एक खुदा की अजान सी

एक शबनमी ओस की बूंद सी

एक चांद के समीप बैठे सितारे सी

एक कहकशां के नजारे सी

एक फूल की चितवन सी

एक सौन्दर्य की पराकाष्ठा सी

एक नदी के उफनते यौवन सी

एक जलती शमा के दर्पण सी

एक जल की तरंगों में खिलते कंवल सी

एक सूरज को देख खिलते सूरजमुखी के फूल सी

एक चांदनी की उजली चितवन सी

एक चन्दन बन की खुशबू सी

एक सुंदर छवियों को

दर्शाती किसी राह सी

एक राहगीर को उसकी मंजिल तक

पहुंचाती एक सवारी सी

एक प्रेम की अनुपम मूर्ति सी

एक प्रेम का स्थान

एक प्रेम का बिंदु

एक प्रेम का चिन्ह

एक प्रेम को दर्शाता कोई बंधन

एक प्रेम को अंकित करता कोई चुंबन

एक प्रेम का सामान

एक प्रेम का संसार

प्रेम में डुबोती

प्रेम में मदहोश करती

प्रेम में नहलाती

एक प्रेम के सागर सी नौका की पतवार कोई।


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