विश्वास तो
मुझे न खुद पर है
न ही किसी दूसरे पर
इसका कारण है
कटु अनुभवों का
मेरी जिंदगी में
एक लंबे सिलसिले की
तरह होना
भूल तो मुझसे या
किसी से भी
जानबूझकर या अंजाने में
हो सकती है
हमेशा बचकर चलने में कभी कोई
बुराई तो नहीं है
विश्वास भी आवश्यक है
लेकिन खुद का बचाव
उससे भी अधिक जरूरी है
विश्वास आंख मूंदकर नहीं
करना चाहिए
प्यार हो किसी से तो
अंधा नहीं हो जाना चाहिए
इसके परिणाम घातक होते हैं
जानलेवा होते हैं
दुखदायी होते हैं
जीवन पटरी पर से
ऐसा उतरता है कि फिर
कभी पहले की तरह
अपनी सामान्य स्थिति में
वापिस आ ही नहीं पाता
विश्वास तो है एक ऐसी
चिड़िया का नाम
जिसे जितना प्यार से
अपने पास बुलाने की
कोशिश करी
वह उतना ही आपके हाथ लगाते ही
आपकी आंखों में धूल झोंककर
आसमान में उड़ जायेगी और
एक बार जो हाथ से निकली
आंखों से हुई ओझल तो फिर कभी
हाथ नहीं आयेगी।