मैं कौन हूं
मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है
मैं पिछले जन्म या
उससे और पहले के जन्मों में
कौन थी
यह जो मेरा जन्म हुआ
मैंने जो इस जन्म के कारण
एक जीवन पाया
वह मेरे साथ तक ही है या
मेरी मृत्यु के पश्चात भी
चलता रहेगा
मेरा तन नष्ट हो जायेगा लेकिन क्या
मेरी आत्मा
नया शरीर धारण करेगी
क्या मेरा पुनर्जन्म होगा
क्या इस जन्म के रिश्ते मुझे
अगले जन्म में भी मिलेंगे
नाम बदलेंगे
स्थान बदलेंगे
काम बदलेंगे
रूप बदलेंगे
रंग बदलेंगे
रिश्ते बदलेंगे लेकिन
आत्मा का स्वरूप
क्या वह बदलेगा
मैं इस जन्म में जो पा न सकूंगी
क्या अगले जन्म में वह सब
खोया हुआ
बिछड़ा हुआ
जो पाया न जा सका
मुझे मिल पायेगा
इस जन्म का प्यार
क्या मुझे अगले जन्म में मिल
पायेगा
पिछला जन्म तो मुझे याद नहीं
इस जन्म में कल भी क्या हुआ था
मुझे स्मरण नहीं
पिछला जन्म हो या
वर्तमान हो या
हो मेरा पुनर्जन्म
याद रहते हैं
सिर्फ और सिर्फ वही क्षण
जब किसी ने आपके मन की देहरी को
अपने प्यार भरे आत्मा के चुंबन से
स्पर्श किया हो
एक चिरस्थाई
कभी न खत्म होने वाला
प्रेम चिन्ह हमेशा के लिए अंकित करते हुए।