पुनर्जन्म किसी का
होता है या नहीं
मुझे नहीं पता लेकिन
मैं यह अवश्य चाहती हूं कि
तुम्हारा पुनर्जन्म मेरे जीते जी हो जाये फिर
मेरा कहीं पुनर्जन्म कभी कहीं न भी हो
जीने की आशा नहीं लेकिन
तुमसे मिलने की आस अभी
मेरे मन के किसी कोने में बाकी है जो मुझे
यह जीवन जीने के लिए बाध्य करती है
मैं अपने जीवन के अंतिम चरण में
प्रवेश करने से पहले
अपनी इस जीवन यात्रा में
कोई एक चमत्कार घटित होते तो
देखना चाहती हूं
तुम्हारा पुनर्जन्म होते मैं
अपनी इन नंगी आंखों से देखना
चाहती हूं
तुम पहली ही नजर में
मुझे और मैं तुम्हें पहचान लूं
यह चाहती हूं
अपने पिछले जन्म की तरह
चाहे तुम मुझे अपनाना भी नहीं लेकिन
किसी का जन्म होता है तो
पुनर्जन्म भी होता है और
वह अपने पीछे छोड़े हुए
बिछड़ों से एक बार पुनः मिलता है
इस धारणा को सच में बदलते
देखना चाहती हूं।