एक फूल है
कोई खिला हुआ
इसे उपवन में ही रहने दो
इसे न तोड़ो किसी पेड़ की शाख से
इसे पेड़ के पत्तों की ही छांव में
जीवित रहने दो
न छीनो किसी से किसी का
जीवन कि
एक सांस लेता जीवन किसी को
बड़ी मुश्किल से मिलता है
न काटो किसी की
श्वासों की एक छोटी डोर कि
हर रात्रि के पश्चात
एक नई सुबह का सूरज
देखने का मन हर किसी का
करता है।