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दो दिल जब एक होते हैं तो

दो दिल जब मिलते हैं तो

कई जन्मों के मिले होते हैं

एक दूसरे के रंग में पूरी तरह से घुले होते हैं  

एक जिस्म, एक जान होते हैं

उनके गले से एक मिलाजुला सुर

फूटता है

उनका एक साज,

एक तार,

एक झंकार,

एक सरगम और

एक राग होता है

कभी कहीं खुद को समझाने

की आवश्यकता नहीं पड़ती

बिना कहे ही एक दूसरे की कहानी का सार,

एक एक सफा साफ अक्षरों में लिखा, एक सा और

एक दूसरे के जज्बातों की डोर

पकड़ता

एक दूसरे की जीवन नैया को

पार लगाता कोई सहारा होता है

दो दिल जब एक होते हैं तो

यह जहां एक जन्नत सा लगता है

और खुदा भी मोहब्बत करने वालों की इबादत की तरह हमेशा उनके

आसपास ही कहीं बसता है।