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जैसे कुदरत के रंग हैं वैसे ही

आसमान है नीला

पेड़ हरे

जमीन पर बिछी

दूब की हरियाली है

सूरज की किरणों के प्रकाश में नहाई पीली व चमकीली

लोग कुछ खड़े हुए

कुछ झुके हुए

कुछ आराम की स्थिति में

कुछ मेहनतकश

सिर पर छाते ताने

साफे बांधे

कुछ रंग बिरंगी

कुछ श्वेत श्याम से

जैसे कुदरत के रंग हैं

वैसे ही कुछ कुछ इन सबका

जीवन भी

तन भी

मन भी

इनके रास्ते, मंजिल और

प्रयास भी।