हवायें अग्नि को अपनी जिंदगी से कर दें बेदखल तो


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अग्नि

शांत रहे

एक स्थान पर स्थिर खड़ी रहे

हवा के संपर्क में न आये तो

बड़े काम की

यह जो गर बिगड़ जाये

अपना प्रचंड रूप दिखा दे

चारों तरफ फैल जाये तो

किसी के काबू में न आये

एक बड़ी तबाही का कारण बने

एक विनाशकारी आपदा सी

सर्वस्व राख करे

किसी की हस्ती पल भर में मिटा दे

किसी को अपनी चपेट में ले ले तो

सिर से पांव तक जला दे

तन जला दे, मन जला दे,

दिल जला दे, आत्मा जला दे,

वस्त्र जला दे, रूप रंग जला दे,

घर जला दे, घर का सामान जला दे

एक तिनके से लेकर

धातु के किसी कठोर अस्तित्व तक को पिंघला दे

अग्नि जो हो समीप तो

उस पर निरंतर निगाह रखना

आवश्यक

एक छोटी सी भूल बन सकती

एक बड़ी दुर्घटना का कारण

अग्नि के वेग का नियंत्रण

आवश्यक

हवायें इसे अपनी जिंदगी से

कर दें बेदखल तो

इस कायनात का जर्रा जर्रा रहे

इन जागृत, थमी और बेरुखी का दामन थामे बैठी हुई 

हवाओं का शुक्रगुजार, अहसानमंद और कर्जदार।


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