दिनभर सूरज की तरह बनने का
प्रयत्न करो और
रात के चांद का
दिन के सूरज का
सांझ को ढलने के पश्चात
इंतजार करो
रात भर चांद की शीतलता
भरा स्पर्श,
उसका प्रेम भरा आलिंगन और
सानिध्य प्राप्त करो और
सुबह के सूरज के उगने का
अगली सुबह तक
बिना किसी चिंता के
शांत मन से
धैर्यपूर्वक इंतजार करो।