यह अपना और पराया
क्या होता है
यह किसी को पाना और
किसी को खोना क्या होता है
अच्छे लोगों के अच्छे कार्यों को
एक सिरे से ठुकराना और
बुरे लोगों को बड़ी ही आत्मीयता से
गले लगाना
इस प्रकार के व्यवहार को
कोई आखिर रखे तो
किस श्रेणी में रखे
इस तरह का व्यवहार
किसी व्यक्ति की मूर्खता का परिचायक ही
हो सकता है लेकिन
कई बार सोचती हूं कि
मूर्खता की पराकाष्ठा क्या होती है।