मोहब्बत तो दूर की बात है
कुछ लोगों के काम होते हैं
इतने भयावह, शर्मनाक और
वीभत्स कि
उनसे नफरत भी नहीं होती
ख्यालों में
ख्वाबों में भी
उनकी मौजूदगी विचलित करती है
फूलों के साथ कांटा है मंजूर लेकिन
उनकी परछाई भी
अब दिल को बर्दाश्त नहीं होती
वह चले जायें
कहीं दूर
मेरी जिन्दगी से
हमेशा के लिए कि
जिन्दगी बची है अब थोड़ी
तमाशे वाली, नौटंकी वाली,
एक नट के किरदार सी जिन्दगी
अब मुझे किसी भी कोने से,
कोण से,
सिरे से नहीं
जचती।