मेरे अतीत का सामान ही
मेरा वर्तमान है
मेरा भविष्य है
मेरी जिंदगी है
मैं इसे कभी भुला नहीं पाऊंगी
कभी खुद से जुदा नहीं करूंगी
कभी इसके बिना अपने जीवन की
कल्पना नहीं कर सकूंगी
हास्यास्पद होगी यह बात
शायद विचित्र भी
लोगों के लिए लेकिन
मेरे लिए तो यह विषय
बेहद गंभीर है
मेरे सबसे अधिक करीब है
मुझे सबसे ज्यादा प्रिय है
मेरी सांसों की डोर की बागडोर तो
थमी ही इसके हाथों में है
मैंने तो कल की सुबह जो
सूरज उगता देखा फिर
सांझ को ढलता देखा
उसे आज की सुबह उगता नहीं
पाया तो
कल ही फिर मेरा तो आज है
कल तक जो मैंने
संजोये
अपनी जिंदगी के अनुभव
वही अतीत की पृष्ठभूमि तो
मेरे इस पल की
हर आने वाले कल के
कोरे कागज पर उगती एक भोर है
तुम अपनी दृष्टि से नहीं अपितु
मेरी दृष्टि से यह समझने का
प्रयत्न करो कि
अतीत का सामान
कई बार किसी के
आगे के जीवन की सीढ़ी होता है
उसकी ऊर्जा होता है
प्रकाश होता है
धरोहर होता है
एक सौंदर्य से परिपूर्ण सुंदरता होता है
कोई इसे बिसराकर फिर भला
कैसे जिये।