जीवन एक सफर है
इसके हर पहलू का
हर बात का
घटनाक्रम का
आंखों में भरते दृश्यों का
कानों में बजती स्वर लहरियों का
पड़ता दिल पर
एक बहुत गहरा असर है
सफर हंसकर काट लो
चाहे रोकर
खामोश रहकर गुजार लो या
कुछ बोलकर
कुछ पाकर बीता लो या
कुछ खोकर
सफर तो चलता रहता है
कभी तेज कदमों से तो
कभी थके हुए पदचापों से
कभी कभी दिल यह चाहता है कि
यह सफर कुछ पल को थम जाये
फिर आगे बढ़े लेकिन
कोई चले न चले
यह समय के एक बहते प्रवाह सा ही
चलता रहता है
किसी के लिये रुकता नहीं
न ही उसे पीछे मुड़कर देखता
न उसे फिर अपने साथ
चलने को कहता
कहीं थकहारकर
निराश होकर
मायूस होकर जो
रुके तो
बस यह स्वीकार लो कि
आपकी गाड़ी का पहिया
पटरी से उतर गया और
आपका सफर बस इसी मुकाम
तक था और
वह अब थम गया लेकिन
जैसे यह बेवफा दुनिया किसी के
लिये नहीं रुकती वैसे ही
यह जीवन का सफर
चलता रहता है
बस आपका थमता है
औरों का आपके लिये
नहीं रुकता।