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हाथों में अपना हाथ दो

हाथों में अपना हाथ दो

पल दो पल

खुशी से चलो

दिल खोलकर झूम लें

हंस लें

नाच लें

मस्ती में पैरों की थिरकन पर

गोल गोल घूम लें

तुम मेरे साथ हो तो

मुझे जिंदगी का भी नहीं है

इंतजार

सच कहता हूं कि

मौत से अब लगता नहीं डर

जिंदगी के रहते

मैंने जाना

कहीं भी

किसी भी मोड़ पर

कोई भी हो परिस्थिति

अरे डरने की कहां क्या बात है

अभी तो हम दोनों साथ हैं

ईश्वर न करे कि

कभी रह जायें अकेले

हो भी जाये कभी ऐसा तो

कोई गिला नहीं

इन खूबसूरत यादों को संजो लेना

अब और

तब इन्हीं के रेशमी धागों से

बुन लेना एक जीवंत सा ही

कोई सुंदर सपना।