आंखें होते हुए भी
देखना नहीं चाह रहे
कान होते हुए भी
सुनना नहीं चाह रहे
नाक होते हुए भी
सूंघना नहीं चाह रहे
मुंह होते हुए भी
बोलना नहीं चाह रहे
किसी बात में
पड़ना नहीं चाह रहे
किसी बात की जिम्मेदारी
नहीं लेना चाह रहे
बिना तेल,
बिना माचिस पर
भूसे में आग पूरी
लगाना चाह रहे।