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बहारों का मौसम जो आये

कभी सूखा

कभी बारिश

कभी सर्दी

कभी गर्मी

कभी धूप

कभी छांव

कभी सुख

कभी दुख

कभी हंसी

कभी मातम

यही तो है जिन्दगी के रंग

एक मौसम की तरह ही

बदलते और करवट लेते

यह जीवन तो ऐसे ही

चलता रहेगा

क्या अच्छा हो कि

बहारों का मौसम जो आये तो

बस मेरे घर के अहाते में

कुछ ज्यादा देर के लिए

ठहर जाये।