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प्रेम गीत

मेरे जीवन में

प्रेम का अभाव है

फिर भी

प्रेम भरा है दिल में तो

जब भी गुनगुनाती हूं तो

कोई प्रेम गीत ही सुनाती हूं

शायद पिछले जन्म का कोई प्रेम है

और प्रेम के मजबूत बंधन हैं

आज भी मन के पटल पर

विद्यमान

यह एक सागर से गहरी कोई

प्रेम कहानी है और

मैं इसकी नायिका

प्रेम में डूबी

प्रेम की तलाश में

प्रेम के सागर की तलहटी में

उतरने को आतुर

प्रेमी हूं तो

शायद प्रेम की ही तलाश है मुझे

यह तलाश जिस दिन खुद को पा

लूंगी

उस दिन हो जायेगी अवश्य ही

पूरी

प्रेम गीत अभी तो विरह का

फिर शायद मिलन का होगा

लेकिन वह

प्रेम रस से लबालब भरा

प्रेम की मीठी चाशनी में लिपटा

एक प्रेमी युगल सा

कोई एक जीवंत प्रेम गीत ही होगा।

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