आ जाओ सब
एक बरसाती के नीचे कि
सड़क किनारे भी
एक घर बना लें हम
मौसम की मार
हो चाहे फिर वह सर्दी की, गर्मी की
बरसात की या फिर कोई और
उन सबसे खुद को बचा लें हम
दिल आपस में जुड़े हैं
एक दूसरे से बहुत प्यार है
आत्मिक जुड़ाव है
गहरा लगाव है
तभी तो एक दूसरे का ख्याल है
मानवीय मूल्यों की पराकाष्ठा की
सबके समक्ष प्रस्तुत करती एक झांकी हैं हम
आओ मौसम के बरसते रंगों से
प्रेम की इस रंगोली की तस्वीर को आज
उत्साह पूर्वक सजा लें हम।