दिल में प्यार हो और
प्यार किसी से हो जाये
वह पहला प्यार हो और
काश रह पाये आखिरी भी
यह कुछ कुछ ऐसे हो कि
जैसे मेरी पहली सांस की आहट हो
मेरे जीवन की पहचान आखिरी भी
यह प्यार परवान चढ़े
प्यार की पहली वर्षगांठ मनाये तो
मनाये सौंवी भी
क्रिकेट के खेल की तरह
चौके लगाये
छक्के लगाये और
शतक भी
शतरंज के खेल की तरह
दिमाग से चालें न चले और
न हारे कहीं भूल से भी दिल की बाजी कहीं
यह प्यार हो एक फूलों की बहार
इसकी महक से महके
जीवन की बगिया और
प्यार का संसार
जैसे जैसे समय बीते
प्यार बढ़ता जाये
इसमें कभी कोई कमी या
पतझड़ की मार न आये
पहला प्यार हो
सावन में
बारिश की पहली बौछार सा और
दिल की तिजोरी में बंद
एक चमकते हुए कोहिनूर के हीरे के
हार सा।