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धैर्य

बुरे समय के बाद 

अच्छा समय आता ही है 

जैसे कि पतझड़ के बाद 

बहार का आगमन, 

रात्रि के अंधकार के पश्चात 

दिन में सूरज का उगना, 

भीषण गर्मी का अंत 

सावन की पहली फुहार के साथ आदि। 

आवश्यकता है तो बस 

थोड़ा सा धैर्य रखने की।