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दिल में उम्मीद का फूल मुरझाए बिना

एक दूसरे का सहारा बनेंगे 

तभी तो जीवन में आगे बढ़ेंगे

एक बेजान लकड़ी या 

धातु की छड़ी दे सकती 

जब तुझे सहारा 

सुन ओ भोले, 

नादान, 

कभी कभार जीवन की कठिनाइयों से अनभिज्ञ इंसान तो 

किसी इंसान से इतनी नाउम्मीदी क्यों

दिल में उम्मीद का फूल मुरझाए बिना  

जरूरत पड़ने पर 

बेझिझक किसी से मदद मांग भी और 

किसी को चाहिए तो 

उसकी पूरी तन्मयता से कर भी।