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तेरे जैसा कोई मिल जाये

तेरी यादों के सहारे ही तो

जिंदा हूं

नहीं तो देखा जाये

इस जिंदगी में अब जीने के लिए

कुछ बचा ही क्या है

तेरे रहते तेरा प्यार गर जो मुझे न मिला होता तो

मैंने तो कभी प्रेम का अर्थ ही न जाना होता

तेरे बेशुमार प्यार के सहारे ही अब कट रहे हैं मेरे दिन रात

दिल में तेरी याद है और

तेरे जैसा ही कोई मिल जाये

इसकी रहती मुझे हरदम आस है

तेरा जैसा न सही

तेरा एक अंश भी कहीं मिल जाये तो काफी है मेरी आस को फिर से

जिंदा करके उसमें तुझ जैसे ही

कुछ-कुछ प्यार के रंग भरने के लिए।