कलियों से नाजुक तेरे हाथ
फूलों के उपवन की सुगन्ध और
शीतलता सा तेरा साथ
तू नहीं तो यह जग एक कांटों का जंगल
तू जब है संग तो
यह जीवन एक चांद सितारों का दर्पण
तुझसे ही मेरी जिन्दगी की हर सुबह
तुझसे ही शाम
तुझे देख ही मैं कोई काम करूं
तुझे साथ लेकर ही अपनी मंजिल की तरफ बढूं
तू ही मेरी सांसों की डोर
तुझसे ही मेरे घर में उजाला
होती रोज एक सुनहरी आभा की भोर
तू है मेरे जिगर का टुकड़ा
तू मेरी जागीर
तेरे बिना एक पल के लिए नहीं गुजारा मेरा
तू है मेरा वर्तमान
तू मेरा भविष्य
तू मेरा समय
मेरे जीने का सहारा
आज, कल और हर पल।