उपहार में
मुझे कहीं तुम जो मिल जाओ तो
मैं आश्चर्यचकित हो जाऊंगी
किसी उपवन से तोड़कर
तुम कोई फूल न लाना
तुम हो मेरे लिए
एक जीता जागता उपवन
उसमें महकते फूलों का एक दर्पण
उसकी ताजगी
उसकी रोशनी
उसकी रूहानियत
मेरे लिए तुम कुछ मत लाना
बस खाली हाथ मुझसे मिलने
तुम चले आना
तुम्हारा सानिध्य पाकर
मैं धन्य हो जाऊंगी
तुम मेरे जीवन की बहार
खुद में मेरे लिए
एक उपहार
मुझे तुम्हारे सिवाय कुछ और नहीं
चाहिए
तुम होंगे मेरे लिए एक
आश्चर्य से भरे उपहार
हो जायें प्रिय तुम्हारे
जो दर्शन इस जीवन में
किसी रास्ते के किसी मोड़ पर
एक बार
सिर्फ एक बार।