जिन्दगी एक जंग है
प्रेम की गली इसकी तंग है
नफरत की आंधी है
हर दिशा फैली
गुलिस्तां हैं उजड़े
बहारों के घर हैं बिखरे
फूलों की कहीं न खुशबू
कांटो का हर सू बस बसेरा है
पथ है कंटीला
हर हृदय है घायल, हारा हुआ और जहरीला
ऐसे में फूलों का हार नहीं
युद्ध का सामान हाथ में उठाना है
न चाहते हुए भी
खुद के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए
अपने देश और देशवासियों की हिफाजत के लिए
युद्ध के मैदान तक जाते रास्ते पर
हर समय बिना भय के
निडरता के साथ आगे बढ़ते जाना है।