यह जिंदगी का खेल अजीब है
निराला है
उलझन में डालने वाला है
इस खेल में जिसे आप समझ रहे हैं अपना
वह दरअसल आपका अपना नहीं है और
जिसे समझ रहे हैं पराया, वह पराया नहीं है
इसका निर्धारण तो समय रहते आपको ही करना है कि
कौन आपका अपना है और कौन है पराया।