यह एक चौराहा ही तो है
जहां चार दिशाओं की तरफ से
आती चार भुजाएं यानी
चार रास्ते मिलते हैं
यही वह जगह है
जहां एक विस्तृत दुनिया
कुछ पल को सिमटती और
ठहरती है
जिन्दगी की रफ्तार थोड़ी सी
धीमी पड़ती है और
इस जहां के बाशिंदों को
थोड़ी सी सांस आती है
पल भर का सुकून काफी होता है
जिन्दगी को फिर से
रास्ते की पटरियों पर दौड़ाने के
लिए
चौराहा एक विश्राम स्थल है
यहां थोड़ी देर कुछ खाकर,
कुछ पीकर, कुछ देखकर,
कुछ ताक कर, कुछ बतिया कर,
कुछ मन में उतार कर,
कुछ सुस्ता कर, अंगड़ाई भरकर,
कुछ आराम करके,
किसी को अपना बनाकर,
कुछ पाकर, किसी को साथ लेकर,
किसी हमसफर मंजिल की तरफ बढ़ते रास्तों का साथ पाकर
आगे के सफर पर तरोताजा होकर तेज कदमों से बढ़ा जा सकता है।