कभी कभी लगता है कि
हम कभी न खत्म होने वाले दर्द से
लगातार लड़ने के बावजूद
जंग हार गये लेकिन
तीव्र दर्द
पहाड़ के शिखर तक पहुंचकर फिर
धीरे धीरे ढलान से नीचे की तरफ
कम होना शुरू होता है तो
एक बार फिर
मन की पहाड़ियों के पीछे से
एक उम्मीद का सूर्य उदित होता
दिखने लगता है।