विभिन्न मुद्राएं,
असंख्य भावनायें,
भिन्न भिन्न अभिव्यक्तियां,
विस्तृत दृष्टिकोण,
संयमित चाल चलन और ढाल की
एक रूपरेखा सी
मैं कहने को तो हूं
शरीर का चोला धारण किए
एक सीधी सरल नारी पर
पहचाने कोई कि
मेरे अंदर छिपी
दैवीय गुणों से भरी
अपारशक्ति।