अभी तो है
बहारों का मौसम
फूल खिलेंगे,
चमन होंगे रोशन और
गुलजार
पतझड़ का मौसम जब आये,
काली घटा जब आसमान में छाये तो
बिजली से लहराना तुम
बुझते दिल के दीयों में
एक सूरज की तेज रोशनी का फूल
अवश्य ही खिलाना
तुम।
अभी तो है
बहारों का मौसम
फूल खिलेंगे,
चमन होंगे रोशन और
गुलजार
पतझड़ का मौसम जब आये,
काली घटा जब आसमान में छाये तो
बिजली से लहराना तुम
बुझते दिल के दीयों में
एक सूरज की तेज रोशनी का फूल
अवश्य ही खिलाना
तुम।
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