यह सिर्फ मेरे लिए है


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यह पानी की बूंदों की बरसात है या

मोतियों की लड़ियों की कोई बारात है

यह किसी के प्यार की सौगात है या

एक बरसते इश्क के नूर का कोई

उपहार है

जो भी है

आज इस पल में

यह सिर्फ मेरे लिए है

मैं स्वागत करता हूं

अपनी बाहें फैलाये इनका

जी चाहता है

इस कायनात के अपनाहट भरे

उपकार को

अपने आगोश में भर लूं

अपने दिल में इसे हमेशा के लिए

बसा लूं

एक विशेष स्थान दूं

दिल के अंदर भी कोई दिल हो

उसकी कोई आत्मा हो, जिगर हो

इसको सबमें जज्ब कर लूं

अपने जिस्म के कोने कोने में

इसे रचा बसा लूं

मेरे हृदय में बजती मेरी धड़कनों की

सुर लहरियों की

तरंगों की तरह ही।


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