मोहब्बत


0

मोहब्बत

मुझे तो सबसे है

मैं तो मोहब्बत करके

इस अहसास से खुश हूं

बदले में मुझे भी मिले

इसकी भी कोई इच्छा नहीं

मोहब्बत है वही सच्ची जो

बिना किसी उम्मीद के

दूसरे से की जाये

यह तो एक तरीका है जीने का

यह तो एक रूहानी अहसास है

यह तो वीरान दिलों को करता आबाद है

मोहब्बत करने वाले लोगों को

बदले में प्यार न भी मिले तो भी

वह प्यार करने का धर्म नहीं छोड़ते

उनके दिलों में तो भगवान बसते हैं

होठों पर सदैव फूलों के गुलशन खिलते हैं

एक मोहब्बत भरे दिल को तो

हर किसी में ईश्वर का रूप दिखता है

लाख ठोकरें खाने पर भी

वह प्यार करना नहीं छोड़ता है

मोहब्बत भरा दिल हो जिसका

उसे खुदा का आसरा तो मिलता है

यह दुनिया उसे न भी पूछे तो इससे

उसे क्या फर्क पड़ता है

कुछ भी तो नहीं

चाहे कोई कुछ भी कर ले

एक प्यार करने वाला इंसान

आखिरी दम तक बस

मोहब्बत ही करता है।


Like it? Share with your friends!

0

0 Comments

Choose A Format
Story
Formatted Text with Embeds and Visuals