मेरा नाम है रामसुख


0

मेरा नाम है रामसुख। मैं एक गरीब और अभागा किसान हूं जैसा प्रभु आप आसमान से मुझे मेरे खेत में मेरे दो बैलों के साथ खड़ा हुआ देख पा रहे हैं। हे प्रभु मेरी पुकार कोई नहीं सुनता, आप तो सुनो। मैं भूख से तड़पकर मर भी जाऊं लेकिन मेरे पालतू इन पशुओं की देखभाल फिर कौन करेगा। मेरे जीवन की बागडोर अब तो आपके ही हाथों में है। आपकी कृपा होगी तभी आसमान में काली घटायें घुमड़ेगी और झमाझम बरसात होगी। खाने को अन्न का एक भी दाना नहीं, पीने को पानी नहीं, जेब खाली, तन खाली, मन खाली, आत्मा लहूलुहान। मैं तो कभी का मर लिया होता लेकिन एक तेरी ही आस के सहारे जिंदा हूं। मेहनतकश हूं लेकिन मुझे भी चलने के लिए थोड़े से सहारे की और तेरे आश्वासन की आवश्यकता है। हे प्रभु तूने मुझे जन्म दिया। इस धरती पर भेजा। मुझे एक नाम दिया। जैसा मेरा नाम वैसे ही मैं काम कर पाऊं और जीवन में थोड़ा सा सुख तो मैं भी भोग पाऊं यही आशा दिल में लिए मैं तेरी मेहर की आस पर जिये चला जा रहा हूं। मेरी प्रार्थना सुनना प्रभु और कोशिश करना कि मेरे खेत में बहुत जल्द हरी-भरी फसलें लहराये, मेरे पशुओं को भोजन मिले और आपके एक अनन्य भक्त रामसुख को भी राम की भक्ति का सुख मिले।


Like it? Share with your friends!

0

0 Comments

Choose A Format
Story
Formatted Text with Embeds and Visuals