हताशा से बाहर
निकलकर
सिर उठाकर तो
देखो
एक नहीं सौ सूरज
तुम्हारी किस्मत
चमकाने के लिए
तुम्हारे घर की देहरी पर
तुम्हारे स्वागत और
तुम्हारे जीवन की
एक नई शुरुआत के लिए
खड़े हैं।
हताशा से बाहर
निकलकर
सिर उठाकर तो
देखो
एक नहीं सौ सूरज
तुम्हारी किस्मत
चमकाने के लिए
तुम्हारे घर की देहरी पर
तुम्हारे स्वागत और
तुम्हारे जीवन की
एक नई शुरुआत के लिए
खड़े हैं।
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