खुद को है सुलझाना या उलझाना
मुझे खुद को सुलझाना है याउलझाना हैजैसे ही लगे कि मैं कहीं फंसरही हूं तोखुद को तत्काल प्रभाव से बचाना है या फिर एक दलदल में…
जीवन के रिमोट को
यह जीवन भीकभी कभी स्थिर हो जाता हैकुछ समय के लिएएक तस्वीर सा हीइसे पुनः इसकी यथास्थिति मेंलाने के लिएइसको चलाने के लिएइसके खोये हुए…
सुबह सवेरे इस सूरज के साथ ही
सूरज ने लगता है जैसे खुद को प्रेरित किया किसुबह मुझे उठना है और इस संसार में अपना उजियारा बिखेरना हैमुझे भी ठीक वैसा ही…
एक विचित्रताओं से भरा किंतु कोई मनोरम स्थल है यह कोई
आकृतियां सी बनती दिख रही हैंमुझे तो इस हरे भरे घनेरे जंगल मेंपेड़ों को चीरतासूरज का प्रकाश है तोपरछाइयां भी बन रही है यहां वहां दरख्तों…
तुम विजयी हो
ऐ भिक्षुतुम इस रास्ते सेचलायमान बेशक हो लेकिनकहीं एक पेड़ के समानखामोश हो गये होतुम जीवन के कठिनाइयों सेकहीं रूबरू हो चुके हो तभीअपने चेहरे…
फ्रेम में जड़ी तस्वीर कहने को तो उसकी ही होगी पर
काशकोई जिंदा रहेकिसी को एक लंबी उम्र मिलेकिसी का साथ एक लंबेसमय तक बना रहेकोई मरकरजुदा होकरकिसी को तन्हा छोड़करएक तस्वीर मेंएक शीशे के फ्रेम…