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एक छोटी सी आशा: ऋषिका द्वारा रचित कविता

मायूसियों की आँधियों में भी एक छोटी सी आशा

एक नन्ही सी बालिका की प्यारी सी अभिलाषा
समुंदर की लहरों सी उमड़ती रहती दिल के कोने में
तितलियों की तरह एक फूल से दूसरे फूल मंडराती
हर क्षण में गहराई है इस क़दर की नापी नहीं जा सकती शब्दों में
आती नहीं कभी ज़रा सी भी चेहरे पे उसके निराशा
मायूसियों की आँधियों में एक छोटी सी आशा
एक नन्ही सी बालिका की प्यारी सी अभिलाषा
चाहत हो बस और चाहत से भरा हो संसार
प्रेम रंग हो,, और प्रेम ही हो हर द्वार
ख़्वाब एक ही बस हर दिल में हो बसे
आसमान में स्वच्छंद हर कोई उड़े.
ग़म का साया न हो बस ख़ुशियों से भरा हो संसार
मन में ज़िन्दगी की एक अलग हो परिभाषा
एक नई धुन पे झूमे सभी प्यार की हो भाषा
मायूसियों की आँधियों में एक छोटी सी आशा
एक नन्ही सी बालिका की प्यारी सी अभिलाषा..!!