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चाँद के पार: चाँद के पार: शशि धर कुमार द्वारा रचित कविता

चाँद पर भारत का अभिमान
चाँद पर उतरा भारत का चन्द्रयान
चाँद के रहस्यों को सुलझाने
चाँद की धरती पर घूम रहा प्रज्ञान।
चंद्रयान को सलाम हमारा
चंद्रयान ने सपना दिखाया
चंद्रयान ने मुस्कराना सिखाया
चंद्रयान ने गर्व करना सिखाया।
चंद्रयान ने रचा इतिहास
चन्द्रमा को बनाया अपना आवास
चंद्रयान से खुला आकाश
चंद्रयान से बढ़ा देश का विश्वास।
चंद्रयान एक से शुरू हुआ सफ़र
चंद्रयान तीन से अचंभित हुआ संसार
पुरे विश्व से आया है ख़बर
खुशी से नाच रहा है अंबर।
चाँद पर भारत का अभिमान …