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ऐ सितारों

मुझमें अंधेरा भरा है कितना

अंधकार का मेरे भीतर वास

ऐ सितारों

आज की रात

एक मेहरबानी करना

मेरा दामन अपनी रोशनी से

रोशन कर देना

आज की रात की तरह

हर रात

यह नेक काम कर सको तो

बिना मेरी गुजारिश किये भी

एक कर्तव्य निभाते हुए करते रहना

मेरे अंधकार को दूर कर

मुझे रोज अपने प्रकाश से

भरते रहना

मुझे नित नये ज्ञान की

राह पर ले जाना

मेरा जीवन अपने सहयोग से

थोड़ा सरल, सहज और

सुलभ कर देना।